बैंकिंग सखी का काम
इस योजना में काम करने वाली सभी बैंकिंग सखी लोगों के घरों तक सरकार द्वारा प्राप्त होने वाली आर्थिक सहायता के रूप में राशि को पहुंचाने का काम करेंगे। इससे लोगों को घर से बाहर नहीं निकलना पड़ेगा और वे तनाव मुक्त होकर घर बैठे ही आर्थिक राशि प्राप्त कर पाएंगे।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य कोरोना संक्रमण को रोकने और लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना है। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अब डिजिटल मॉल के माध्यम से लोगों को घर पर बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करा पाएंगे और पैसों का लेनदेन भी कर सकेंगे।
योगी बैंकिंग सखी योजना आवेदन पंजीकरण
22 मई 2020 को योजना को सुचारू रूप से आरंभ करने की घोषणा देने के बाद इसके दिशा-निर्देश भी पूरी तरह लागू नहीं किए गए हैं। इसमें आवेदन किस प्रकार किया जा सकता है और किस प्रकार महिलाएं बैंकिंग सखी बनकर लोगों की मदद कर सकते हैं इस बात की संपूर्ण जानकारी अभी तक सरकार द्वारा लोगों तक नहीं पहुंचाई गई है। जैसे ही इस योजना से जुड़ी जानकारी के बारे में संपूर्ण विवरण प्राप्त होता है तुरंत हम आपको अपडेट कर देंगे।
बैंक सखी महिलाओं को मिलने वाला वेतन और लाभ
इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं को आत्मनिर्भर होने की प्रेरणा मिलेगी और साथ ही उनके काम के बदले उन्हें एक आमदनी भी प्राप्त होती रहेगी। जिस का संपूर्ण विवरण निम्नलिखित चरणों में दिया गया है:-
- इस योजना में काम करने वाली प्रत्येक महिला सखी को अगले 6 महीने तक 4000 रुपये प्रति महीने के रूप में आमदनी दी जाएगी।
- उन महिलाओं को डिजिटल डिवाइस खरीदने के लिए राशि प्रदान की जाएगी। प्रत्येक महिला को डिजिटल डिवाइस खरीदने के लिए 50000 रुपये की राशि सरकार से प्राप्त होगी।
- साथ ही उनकी मासिक आय उनके पास डिजिटल मोड के माध्यम से पहुंच सके इसकी गारंटी भी सरकार उन्हें जरूर देगी।
- सरकार के प्रत्येक काम में हाथ बंटाने और सहायता के लिए सरकार प्रत्येक बैंक सखी को लेनदेन पर कमीशन भी देगी।
यूपी बैंकिंग सखी योजना में नौकरियों की संख्या
इस योजना के तहत यूपी सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है कि केवल महिलाओं को ही इस योजना में नौकरी दी जाएगी। इस योजना के तहत लगभग 58000 महिलाओं को रोजगार की प्राप्ति हो सकेगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं द्वारा पूरा किया जाएगा जो घर के दरवाजे तक बैंकिंग सेवाओं को पहुंचाने का है।
योगी महिला रोजगार योजना का क्रियान्वयन
योगी आदित्यनाथ द्वारा इस योजना के अंतर्गत एक निर्धारित राशि जारी कर दी गई है। लगभग 35938 स्वयं सहायता समूहों को 218.49 करोड रुपए की राशि इस योजना में सहायता हेतु प्रदान की जाएगी। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 22 मई 2020 को आरंभ की गई इस योजना के अंतर्गत गैर सरकारी संगठनों में काम करने वाली महिलाओं को मदद भी दी जाएगी। इस योजना का लाभ कौन महिलाओं तक भी पहुंच सकेगा जो मास्क, प्लेटें, मसाला उत्पादन का काम कर रहे हैं और साथ ही सिलाई और क्राफ्टिंग का काम भी करती हैं।
FAQ
सीएम योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक ऐसा रोजगार बनाया है जिससे यूपी में रहने वाले नागरिकों की जान की मदद भी होती रहेगी और साथ ही महिलाएं आसानी से घर बैठे आमदनी प्राप्त करने का काम भी करती रहेंगी। इस योजना के जरिए सरकार बैंकों में लगने वाली लाइनों को कम करना चाहती है और कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने का उद्देश्य रखती है।
इस योजना के अंतर्गत अभी ऑनलाइन प्रक्रिया का विवरण सरकार द्वारा नहीं किया गया है जैसे ही नामांकन प्रक्रिया की जानकारी सरकार द्वारा जारी की जाती है वैसे ही हम अपडेट करते रहेंगे।
इस योजना के अंतर्गत नामांकित महिलाओं को आमदनी के तौर पर लगातार 6 महीने तक 4000 रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जाएंगे। साथ ही यह योजना पूरी तरह से डिजिटल सेवाएं प्रदान करने वाली है जिसके लिए महिलाओं को 50000 रुपये डिजिटल उपकरणों के लिए दिए जाएंगे।
इस योजना में यूपी सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली नौकरी स्थाई सरकारी नौकरी नहीं है। कोविड-19 की इस महामारी के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण महिलाओं द्वारा 6 महीने तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने के लिए बैंक सखी का चयन किया जा रहा है।
यूपी सरकार द्वारा इस योजना के तहत लगभग 58000 महिलाओं को नौकरी प्रदान की जाएगी।
सरकार द्वारा जारी की गई आधिकारिक घोषणा 22 मई 2020 को योगी आदित्यनाथ द्वारा जारी की गई। इस योजना की जानकारी आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से प्राप्त हुई है।